शनिवार, 27 जनवरी 2018

बेटी

जीवन में सदा सबसे खास रहोगे बेटा
पूरी न होगी जो वह आस रहोगे बेटा
कौन कहता है दूर चली गई तुम मुझसे
पास थे,पास हो,पास रहोगे बेटा!
वह बुलबुल थी मेरे आँगन की,जो
प्राणों से भी प्यारी थी
उसकी अल्हड़ मुस्कान मुझे,दुनिया में सबसे न्यारी थी
मुझसे बढ़कर भी प्रेम उसे,वह ईश्वर शायद करता था
जो छोड़ मुझे वह चली गई,जो खुशियाँ
मेरी सारी थी!

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