जहाँ रहे वह बाँटती ख़ुशियाँ,सुख की राशि रहती है पावन गंगाजल होकर भी,सदा ही प्यासी रहती है ससुराल और पीहर दोनों ने है उसको गैर कहा बिटिया की आंखों में हरपल,एक उदासी रहती है!।
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