बुधवार, 6 सितंबर 2017

212 212 212 212
साफ जल में कमल तो खिलेगा नही
कर्म के बिन यहाँ कुछ मिलेगा नही
प्रकृति का नियम है बड़ा ही सरल
बिन तपे कोई कुंदन बनेगा नही!

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