शुक्रवार, 29 अप्रैल 2016

वीर रस के प्रसिद्ध कवि भाई देवेन्द्र परिहार जी के छोटे सुपुत्र "प्रखर"के जन्मदिवस पर आशीषस्वरूप हृदय से निकली कुछ पंक्तियाँ उन्हें जन्मदिवस पर समर्पित है..........
***********************
भारती का बेटा है तू,तेज है प्रखर तेरा
यही है आशीष दुनिया में तेरा नाम हो
कर्म ऐसे हो कि माता-पिता का सम्मान बढ़े
संस्कारों से तू दशरथ नंदन राम हो|
वीरता प्रताप की ले रिपुओ का नाश करे
देशधर्म तेरे लिए सर्वोंपरी काम हो
इरादे हो दृढ़ जैसे अडीग हिमालय है
हर लक्ष्य तेरे लिए चुटकी का काम हो|
***********************

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें