शुक्रवार, 8 जनवरी 2016

न दो दर्द इतना

             न दो दर्द इतना
💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔
न दो दर्द इतना भी कि एहसास
भूल जाऊँ
जिंदा हूँ जिस वजह से वह प्यास
भूल जाऊँ
परे होकर देह से मिल जाउँ इन
हवाओं में
पास होकर भी तुझे कभी नजर न
आ पाऊँ|
💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔
📝 सुनिल शर्मा "नील"
     थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ.ग.)
      7828927284
      08/01/2016
      CR

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