मंगलवार, 27 अक्तूबर 2015

मुक्तक

एक फ़ौजी का अपने पत्नी को दीवाली पे सन्देश..........
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भूलकर भी कहीं आँसू न बहाना
हर कोने में हँसकर दीया जलाना
तुम्हारी तपस्या से देश की दीवाली है
अपेक्षाओं को देश से बड़ा न बनाना|
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सुनिल शर्मा नील
थान खम्हरिया,बेमेतरा
7828927284
CR

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