गुरुवार, 10 सितंबर 2015

नामोनिशान मिट जाएगा

शर्म नही आती तुमको जब युद्ध की बाते करते हो
ऐ गीदड़ पाक तुम्हें जब सिंह को धमकी देते
हो
भूल गए सन् पैसठ-करगिल तुमने मुँह की खाई थी
आतंकी कुत्तों संग मिल जब तुमने लड़ी लड़ाई थी
जब हमने लाहौर में तेरे अपना तिरंगा गाड़ा
था
तेरी ही धरती पे खड़े हो वंदे मातरम् गाया
था
भूल गए जब टाइगर हिल को नामर्दों से छुड़ाया था
लड़ते थे तुम चोंटी से फिर भी तुमको हराया
था
फिर किस मुँह से परमाणु देश की बातें करते
हो
दाने नही खाने को और मिटाने की बाते करते
हो
इतना न कर शैतानी की धैर्य हमारा टूट
जाए
तेरे कर्मों का घड़ा एक दिन तेरे हाथों फुट
जाए
तब न फिर अमेरिका होगा न बाप तुम्हारा
चाइना
तब न कोई बातें होंगी और न कोई होगा
आइना
पूरी दुनिया मिलकर भी तब तुझको बचा न पायेगा
कश्मीर के कातिल एकदिन जब काल तुम्हारा आएगा
बम्बई और संसद हमले का सब हिसाब कर देंगे हम
काश्मीर के हर जख्मों का पूरा जवाब दे देंगे
हम
हफीज सईद और न कोई दाऊद काम तुम्हारे आएगा
दुनिया के नक़्शे से जब तेरा नामोंनिशान मिट जाएगा|
सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ.ग.)
7828927284
दिनाँक-10/09/2015
समय-प्रातः 7 बजे

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