बुधवार, 2 सितंबर 2015

पहिली कमरछठ

चना,लाई,महुवा महू बिसाय हव
दोना अउ पतरी घलो मंगाए हव
लाने हव घी ,दूध-दही भईस के
पहली कमरछठ के थारी सजायहव|

देबी-देवता ल मेहा कतका मनाएव
उखरे अशीष बाबू चन्दाकस पाएव
झन लगय नजर कखरो करेजा ल
नानकुन ओखरबर पोतनी बनायहव|

लाइ-चना,महुवा,फूल-पान ल चढाहु
सगरी के देबी-देवता के आरती गाहू
सुनहु कथा मय कमरछठ के आज
परसाद पसहर-मिंझराभाजी बनायहव|

घरभर मनखेमन परसाद ल खाबो
दुःख के भोंभरा ले लइकन ल बचाबो
बनबो छानही हमन जिनगी भर उखर
भविस बर ओखर सुग्घर सपना सजायहव|

सुनिल शर्मा"नील"
थानखम्हरिया,बेमेतरा
7828927284
9755554470 (cr)

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